पूर्वांचल में चिकित्सा संस्थानों में शोध की निगरानी करेगा आरएमआरसी

पूर्वांचल में चिकित्सा संस्थानों में शोध की निगरानी करेगा आरएमआरसी


पूर्वी यूपी के चिकित्सा-शिक्षा संस्थानों में होने वाले रिसर्च की निगरानी रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) करेगा। इसकी कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार से आरएमआरसी में रिसर्च एथिक्स को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है। 


चिकित्सा-शिक्षा संस्थानों में 80 फीसदी रिसर्च को वित्तीय मदद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च आईसीएमआर) करता है। आईसीएमआर ही आरएमआरसी का संचालन कर रहा है। ऐसे में आईसीएमआर को ही अब आरएमआरसी से जुड़े रिसर्च की निगरानी करने का दायित्व मिल सकता है। 


इसके संकेत अरएमआरसी के निदेशक डॉ. रजनीकांत ने दिया। उन्होंने बताया कि आरएमआरसी के कार्यों को विस्तार दिया जा रहा है। इसी के तहत आरएमआरसी के रिसर्च के निगरानी की जिम्मदारी सौंपी गई है। 


मानकों पर रखेगी नजर
उन्होंने बताया कि रिसर्च के दौरान मानकों का पालन बेहद अहम है। इसको लेकर आईसीएमआर ने कड़े नियम बना रखे हैं। क्लीनिकल ट्रॉयल के दौरान इन नियमों का पालन जरूरी है। 


दो दिवसीय कार्यशाला में दी जाएगी जानकारी
इसी को देखते हुए मंगलवार से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला बीआरडी मेडिकल कालेज के लेक्चर थिएटर में होगी। इसमें एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, बस्ती मेडिकल कालेज, केजीएमयू और पीजीआई के शिक्षक मौजूद रहेंगे।